दुर्ग। जिले के उतई थाना अंतर्गत उमरपोटी निवासी बीएसपी अधिकारी के घर में हुई 8 लाख से बड़ी चोरी के मामले में आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।पुलिस प्रवक्ता एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि शशि कुमार उपाध्याय भिलाई स्टील प्लांट ;सेलद्ध अंतर्गत दल्लीराजहरा माइंस में माइंस कंट्रोलर के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने उमरपोटी में चंद्रनगर में अपना नया मकान बनाया था। बीते 6 जून को उन्होंने नए घर का गृह प्रवेश कार्यक्रम आयोजित किया था।
रात 9 बजे कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब सब मेहमान चले गए तो घर के सभी लोग रात एक बजे तक बात करते रहे और उसके बाद सोने चले गए। अगले दिन 7 जून की सुबह 4 बजे उनका भांजा मयंक मिश्रा उठा तो देखा कि घर का मेन गेट खुला हुआ है। उसने बाहर जाकर देखा तो एक बैग पड़ा हुआ था। बैग का सारा समान बिखरा हुआ था। यह देख मयंक घबरा गया और घर के बाकी लोगों को भी जगाने अंदर गया। जब शशि उपाध्याय और बाकी घर के लोग जागे और देखा मेन गेट में जो जालीदार दरवाजा लगा है उसकी जाली कटी हुई है। उन्होंने तुरंत घर के अंदर जाकर अपना सामान चेक किया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। शशि उपाध्याय के वन प्लस नार्ड और उनकी बेटी का आई फोन और भांजे का सैंमसंग कंपनी का मोबाइल गायब था।
उतई पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया। करीबन 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने के बाद उन्हें कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के फुटेज मिले। उनकी पहचान करने के बाद पुलिस ने अमित पाण्डेय पिता अनिल पाण्डेय (28 वर्ष), गौरव यादव उर्फ आसू पिता रामनेत यादव (19 साल), सुमीत पाल पिता गौतम पाल (27 साल) और एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया। सभी आरोपी स्टेशन मरोदा एचएससीएल कालोनी दुर्गा मंदिर थाना नेवई के रहने वाले हैं। इसके साथ ही सलमान कुरैशी पिता गुलाब कुरैशी (19 वर्ष) निवासी आशा नगर वार्ड 21 रेवाडीह राजनांदगांव को भी हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर सभी ने 6-7 जून की देर रात शशि उपाध्याय के मकान में घुसकर वहां से सोने के गहने और 3 नग मोबाईल फोन चोरी करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी का माल जप्त कर सभी को जेल भेज दिया है।