– मोहला में जनप्रतिनिधियों, अधिकारी कर्मचारियों, प्रबुद्ध नागरिकों, स्कूली छात्र छात्राओं ने उत्साह से किया योगासन
– योग संकल्प,नशा मुक्ति एवं जल जागरूकता की ली गई शपथ
मोहला। जिला मुख्यालय के माडिंगपिडिंग स्थित पुलिस लाईन में आज 11 वें विश्व योग दिवस के अवसर पर सामूहिक योगाभ्यास किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरु खुशवंत साहेब ने इस अवसर पर सभी साधकों को योगा दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग भारत की प्राचीन संस्कृति रही है। भारतीय पुरातन विरासत और धरोहर को संजोए रखने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना से आज विश्व के 177 देशों में योगा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हमें योग को दैनिक जीवन में शामिल करना चाहिए। योग को दैनिक जीवन शैली में शामिल कर स्वस्थ्य जीवन यापन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि योग करने से आत्मविश्वास बढ़ता है। नियमित योग करने से संतुलित जीवन यापन करने का रास्ता खुलता है। योग करने से शारीरिक मानसिक एकाग्रता बढ़ता है। उन्होंने कहा कि आज योग से विश्व में भारत की अलग पहचान स्थापित हुआ है।

इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष नम्रता सिंह, कलेक्टर तुलिका प्रजापति, पुलिस अधीक्षक यशपाल पाल सिंह, वनमण्डलाधिकारी दिनेश पटेल, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी भारती चंद्राकार, अपर कलेक्टर विजेंद्र सिंह पाटले, अधिकारी कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों स्कूली छात्र छात्राओं प्रबुद्ध नागरिकों ने सामूहिक योगाभ्यास किया। इस अवसर पर योगा संकल्प, नशा मुक्ति एवं जल संरक्षण की शपथ लिया गया।
योगा दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरु खुशवंत साहेब सहित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों ने पुलिस परेड मैदान में पौधारोपण किया। धरती आबा योजनांतर्गत स्कूली बच्चों ने मानव श्रृंखला बनाकर एकता व सद्भावना का परिचय दिया। इस अवसर पर सभी साधकों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया गया। जिला योगा समन्वयक उमाशंकर तिवारी, विकासखंड योगा समन्वयक वेद प्रकाश भुआर्य, पतंजलि योगाचार्य पंचशील विश्वकर्मा ने कार्यक्रम में योगाभ्यास कराया।

– योगाभ्यास की विभिन्न विशेषताओं से नागरिकों को कराया गया परिचित
ओम की मंगल ध्वनि के साथ योग सत्र, योग संगम प्रारंभ किया गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि योग-प्राणायाम ध्यान की त्रिवेणी है। योग प्रशिक्षक ने बताया कि योग शरीर को तथा प्राणायाम मन एवं बुद्धि को मजबूत बनाते हैं। योग अंतर्गत शिथलीकरण की प्रक्रिया, कड़ी संचालन, गर्दन के लिए योगाभ्यास सिखाया गया। जो सर्वाइकल स्पांडिलाइटिस की बीमारी के लिए फायदेमंद है। नागरिकों को वृक्षासन कराया गया। वृक्षासन मानसिक तनाव दूर करने में उपयोगी है। वृक्षासन से शरीर का संतुलन बना रहता है। वृक्ष की तरह प्रणाम की मुद्रा में आसन करना होता है। त्रिकोणासन कराया गया। साथ ही यह जानकारी दी गई की यह मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। भद्रासन से पैरों की मांसपेशियां तथा घुटने मजबूत बनते हैं। वज्रासन से पेट की तकलीफ, मानसिक तनाव दूर होता है।

योग प्रशिक्षकों ने बताया कि वज्रासन स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए कार्य करता है। वक्रासन डायबिटीज की बीमारी के लिए उपयोगी है। इस अवसर पर मकरासनए सेतुबंध आसन, पवनमुक्तासन किया गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि ज्ञानमुद्रा से जोड़ों का दर्द दूर होता है। कपालभाति प्राणायाम मास्टर प्राणायाम है, जिससे 99 प्रतिशत बीमारियां दूर होती है। कपालभाति प्राणायाम से शरीर की प्रत्येक कोशिका में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है। इस आसन से तनाव दूर होता है तथा स्वस्थ होने की अनुभूति होती है। योग करने से शरीर की नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। इससे शुगर, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां दूर होती हैं। मास्टर प्राणायाम अनुलोम-विलोम प्राणायाम से शरीर में शक्ति जाग्रत होती है और विभिन्न तरह की व्याधियां दूर होती हैं। इसके साथ ही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। इस प्राणायाम से एकाग्रता एवं जीवन शक्ति बढ़ती है तथा तनाव कम होता है। शिथलीकरण प्राणायाम से मस्तिष्क को शीतलता मिलती है तथा इससे रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।