राजनांदगांव । संस्कारधानी राजनांदगांव की चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र संगीत महाविद्यालय में बारहवीं उत्तीर्ण छात्र-छात्रायें गायन, तबला, लोक संगीत व कथक नृत्य विषय लेकर स्नातक अर्थात डिग्री कोर्स कर कला के क्षेत्र में अपना उज्जवल भविष्य बना सकते है। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ संगीत नृत्य एवं ललीत कलाओं के लिये विश्व प्रसिद्ध विश्वविद्यालय है और छात्र-छात्राऐं बी.पी.ए. (बैचलर ऑफ परफार्मिंग आर्ट) नई शिक्षा निति के अंतर्गत प्रोफेसनल रोजगार मुलक पाठ्यक्रम डिग्री कोर्स कर के स्कूलों एवं अन्य संस्थानों में कला शिक्षक बनकर रोजगार प्राप्त कर अपना उज्जवल भविष्य बना रहें है।
विश्वविद्यालय के कुल सचिव के निर्देशानुसार प्रवेश संबंधित प्रक्रिया जारी है और प्रथम अभिरूचि परीक्षा- २४ जून से २७ जून २०२५ को आयोजित है एवं द्वितीय अभिरूचि परीक्षा हेतु पंजीयन १२ से १८ जुलाई २०२५ तक होगी और द्वितीय अभिरूचि परीक्षा २२ जुलाई २०२५ से २४ जुलाई २०२५ तक होगी। ज्ञात हो चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र (संगीत महाविद्यालय) राजनांदगांव इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से संबंद्ध संगीत महाविद्यालय है और इसके संस्थापक डॉ. कृष्ण कुमार सिन्हा पदम विभूषण पं. बिरजू महाराज जी एवं प्रो. कल्याण दास महन्त जी के शिष्य है। और संगीत महाविद्यालय अपने स्थापना के तिरालीस वर्षों का लम्बा अनुभव है।
चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र में शास्त्रीय गायन, तबला, कत्थक, नृत्य एवं लोक संगीत विषयों में बी.पी.ए. (बैचलर ऑफ परफार्मिंग ऑर्ट) विषयों में डिप्लोमा एवं स्नातक डिग्री कोर्स में प्रवेश लेकर छात्र-छात्राएं रोजगार मुलक रोजगार परख संगीत नृत्य एवं कला विषयों में अध्ययन कर अपना कैरियर बनाने के लिए नि:शुल्क मार्गदर्शन बारहवीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं संपर्क कार्यालय चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र जमातपारा, फौव्वारा चौक, बैंक ऑफ इण्डिया के पास कार्यालय अवधि में अथवा मो. ७२४७७२११९९ में संपर्क कर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते है।
उपरोक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति संस्था के तुषार सिन्हा ने दी।