रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जमकर भड़के। उन्होंने अनुशासनहीनता के मामले में कोई कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई। राज्य के बड़े नेताओं की चुप्पी को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। अध्यक्ष दीपक बैज को घेरते हुए श्री बघेल ने कहा कि, पार्टी में जो लोग उनके खिलाफ बयान देते हैं, उन्हीं लोगों के साथ अध्यक्ष चाय पीते हैं। राजीव भवन में आज कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट की मौजूदगी में यह बैठक आयोजित थी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज सहित कई पूर्व मंत्री, कई पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
श्री बघेल ने कहा, मुख्यमंत्री पर सीधा हमले करने से हमारे ही कुछ सीनियर नेता बचते रहते हैं। वे राज्य के मुद्दों और सरकार के खिलाफ सीधा हमला नहीं करते। ऐसे में जनता के बीच हम अपनी मजबूत मौजूदगी कैसे दर्ज कराएंगे? मीडिया में बयान देना हो या फिर सोशल मीडिया पर कुछ लिखना या सड़क पर मुखर होकर उतरना या सदन में घेरना, कुछ नेता ऐसे हैं जो बडे मौकों पर शांत रह जाते हैं, साधारण तरीके से विरोध दर्ज कराते हैं। अगर हमें जनहित के मुद्दों पर लड़ना है, राज्य सरकार के खिलाफ लड़ना है, तो सीधे सरकार को, मुख्यमंत्री को टारगेट करना होगा। अनुशासनहीनता के मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती। राजनांदगांव में एक नेता ने मेरे खिलाफ बयान दिया, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं बैठक के दौरान कुछ सीनियर नेताओं इस बात को लेकर भी नाराजगी जताई कि उन्हें तो किसी तरह की जिम्मेदारी ही नहीं दी जा रही है। पार्टी को सीनियर नेताओं के अनुभवों का लाभ लेना चाहिए, लेकिन देखने में यह मिल रहा है कि सीनियर नेताओं की ठीक से पूछ-परख नहीं हो रही है। ऐसे में समन्वय कैसे बनेगा?
भूपेश की टिप्पणी पर बैज ने दी सफाई
भूपेश की टिप्पणी के बाद पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने भी अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा, अपने ही मामले में कार्रवाई करना सही नहीं है। पार्टी में भी अनुशासन बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता पर कार्यवाही होती है, वहीं कार्यकर्ताओं को भी संभालना होता है।