– कलेक्टर तुलिका प्रजापति ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला पोषण समिति की बैठक ली
मोहला । बैठक में जिले में पोषण सुधार हेतु अनेक निर्णय लिए गए। शून्य से 6 माह के बच्चों का नियमित वजन और लंबाई मापने, पोषण ट्रैकर में शत-प्रतिशत हितग्राही पंजीयन करने कहा गया। इसी प्रकार सैम और मैम में बच्चों की पहचान कर नियमित फॉलोअप की व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर विशेष जोर दिया गया। टीएचआर संवर्धित पोषण वितरण में गंभीर कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान रखने कहा गया। इन बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं औषधि वितरण कार्य को प्राथमिकता देने कहा गया। निर्देशित किया गया कि एएनएम, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-गृह जाकर व्यक्तिगत निगरानी किया जाए।
कम वजन वाले बच्चों के लिए नियमित स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने, आई वाई सी एफ एवं सीमैम विषय पर फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने कहा गया। ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस को और प्रभावी बनाते हुए इसमें सैम बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण, पोषण परामर्श एवं जनजागरूकता गतिविधियाँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
आंगनबाड़ी केंद्रों की अधोसंरचना जैसे भवन शौचालय, पानी की सुविधा, साफ-सफाई एवं बाल विकास हेतु अनुकूल वातावरण को प्राथमिकता में शामिल करने निर्देशित किया गया। जिन केंद्रों की स्थिति खराब है, उनकी मरम्मत व सुदृढ़ीकरण की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए।
ब्लॉक स्तरीय समन्वय बैठकें नियमित करने के निर्देश दिए गए। एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत स्कूलों में साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड वितरण करने और स्वास्थ्य चर्चा को सक्रिय रखने कहा गया। उल्लेखनीय है कि जिले के 250 सक्षम आंगनबाडी केंद्रों में स्मार्ट टीवी के लिए विशेष पेनड्राइव वितरित की जाएगी। जिसमें पोषण, गर्भावस्था, ऊपरी आहार, ईसीसीई जैसे विषयों पर शिक्षाप्रद वीडियो प्रदर्शित किया जाएगा।
कलेक्टर ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि पोषण सुधार के कार्यों में विभागीय समन्वय के साथ फील्ड स्तर पर सक्रियता बनाए रखें। जिससे जिले को शीघ्र कुपोषण मुक्त बनाया जा सके।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भारती चन्द्राकर, अपर कलेक्टर विजेन्द्र सिंह पाटले, एसडीएम मोहला हेमेन्द्र भुआर्य, सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।