राजनांदगांव कैंसर के मरीजों को कीमो थेरेपी देने के लिए संशय की स्थिति बनी हुई है। जिले के कुछ एमबीबीएस डॉक्टरों को पहले कीमो थेरेपी की ट्रेनिंग दी गई थी। लेकिन इसमें से एक डॉक्टर पहले ही आगे की पढ़ाई करने जिले से रवाना हो चुके है। वहीं वर्तमान में एक महिला एमबीबीएस डॉक्टर डीएचएस के अधीन जिला अस्पताल में सेवा दे रही हैं उन्हें एमसीएच में नहीं लिया जा सकता नहीं उनसे मेडिकल कॉलेज का काम लिया जा सकता है। ऐसे में कीमो थेरेपी करने संशय की स्थिति बनी हुई है। एमसीएच के कैंसर यूनिट से हाल ही में एकमात्र प्रमुख डॉ.चैतन्य साहू ने आगे रेडिएशन की पढ़ाई करने त्यागपत्र सौंप दिया है। चैतन्य साहू यहां बांड पर सेवा दे रहे थे। यहां करीब 250 कैंसर पीड़ित पंजीकृत है उन्होंने 437 लोगो की कीमो थैरेपी भी की थी। यहां से त्यागपत्र देने से पहले उन्होंने मरीजों की बीमारी से संबधित फाइलें अस्पताल प्रबंधन को हैंडओवर की है। वहां के अन्य डॉक्टरों को कुछ जरूरी जानकारी से अवगत करा दिया है। कैंसर के अधिकांश मरीज अपनी दवा अपने साथ लेकर आते हैं। यहां जो दवा उपलब्ध है उनकी सप्लाई की तारीख और एक्सपायरी तिथि की जानकारी बना कर प्रबंधन को सौंपी जा चुकी है। दूसरे विकल्प की तलाश कर रहा एमसीएच प्रबंधन एमसीएच के अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक कहना है कि जब मेडिकल कॉलेज जिला अस्सपताल के भवन में संचालित किया जा रहा था उस समय जिन एमबीबीएस डॉक्टरों को कीमो थैरेपी का प्रशिक्षण दिया गया वह डीएचएस के अधीन कार्य करने वाले डॉक्टर है। एमसीएच में उनकी सेवा नहीं ली जा सकती है। कैंसर यूनिट को नियमित रूप से संचालित करने दूसरा विकल्प तलाश रहे हैं। इस मामले में शासन को पत्र लिखा जाएगा। चैतन्य साहू के स्थान पर बांड पर दूसरे डॉक्टर्स को लिया जाएगा विकल्प तलाश रहे हैं। नए सिविल सर्जन चंद्रवंशी ने संभाला कामकाज जिला अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. केके जैन हालही में सेवानिवृत्त को चुके हैं। वहीं डॉ. यूके चंद्रवंशी ने सिविल सर्जन का कार्यभार संभाल लिया है। यूके चंद्रवंशी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉक्टर है जो ओपीडी में मरीजों की जांच एवं इलाज करते थे। वहीं महिला मेडिसिन, पुरुष मेडिसिन भर्ती मरीजों का राउंड लेते थे। अब उन्हें प्रशासनिक कामकाज भी देखना होगा। व्यस्तता के चलते मेडिसिन विभाग और मरीजों से उनकी दूरी बढ़ सकती है। उन्होंने बताया कि सभी डॉक्टरों को समय पर आने-जाने एवं इलाज में ध्यान देने कहा गया है।
राजनांदगांव : एमसीएच में कैंसर के मरीजों को कीमो थेरेपी देने डॉक्टर नहीं