राजनांदगांव ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल के कारण प्रधान डाकघर के अधीन तीन जिले के 43 उप डाकघरों में लगभग 5 हजार से ज्यादा डाक डंप हो गए हैं। आठ सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को चौथे दिन भी ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल जारी रही। हड़ताल से व्यवस्था चरमरा गई। लोगों को समय पर डाक नहीं मिल रहे हैं। वहीं अन्य कामकाज भी प्रभावित है। पोस्ट ऑफिस चौक के सामने ग्रामीण डाक सेवकों ने शुक्रवार को नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को दोहराया। ग्रामीण डाक सेवकों का प्रदर्शन जिले के सभी ब्लॉकों में जारी है। प्रधान डाकघर से मिली जानकारी अनुसार एक उप डाकघर के माध्यम से प्रतिदिन 1000-1500 डाक भेजे गए स्थानों तक पहुंचते हैं। प्रधान डाकघर को मिला कर तीनों जिले में करीब 43 उप डाकघर हैं। पोस्ट मास्टर केके तिवारी ने बताया कि जो लोग अपने जरूरी डाक लेने के लिए प्रधान डाकघर में पहुंच रहे हैं उन्हें तत्काल उनका डाक खोल कर उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए यहां कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा कर वैकल्पिक इंतजाम किया गया है। उपसंभाग को पूर्ण संभाग बनाने सदन में उठा मुद्दा: सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में शून्यकाल में डाक विभाग उप संभाग को पूर्ण संभाग का दर्जा देने का विषय लोकसभा में उठाया था। डाक विभाग का संभागीय कार्यालय भिलाई में होने से विभागीय कामों के लिए कर्मचारियों को भिलाई जाना पड़ता है। राजनांदगांव में पूरी व्यवस्था होने के बाद भी काम विलंब होते है। चार जिलों के विकासखंड अंतर्गत डाक उप संभागों को राजनांदगांव में शामिल कर पूर्ण संभाग बनाने की मांग उन्होंने की थी। केंद्रीय संचार मंत्री ने मांग पर आश्वासन प्रदान किया था जल्द ही संभाग का दर्जा मिलने की संभावना है। इन मांगों पर केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी अपनी 8 सूत्रीय मांगों पर ग्रामीण डाक सेवक पोस्ट आफिस चौक प्रधान डाकघर के सामने हड़ताल शुरू कर संचार मंत्री, वित्त मंत्री एवं केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहें है। तख्तियों में मांगे लिखी है। आचार संहिता से पहले सांकेतिक प्रदर्शन किया था जिस पर विचार नहीं होने से अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू की है। नियमितीकरण, कार्य अवधि को 8 घंटे करने, पेंशन, अन्य 8 सूत्रीय मांगों पर हड़ताल जारी है। अब तक उन्हें आश्वासन भी नहीं मिला। उन्होंने मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है।