बिलाईगढ़ विधानसभा के गाँव कुशगढ़ में एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने एक मासूम बच्ची की जान ले ली है। बताया जा रहा कि बच्ची को मामूली सर्दी-खांसी थी और ईलाज के लिए थरगांव के गीता मेडिकल स्टोर्स वाले के पास ले गया था। जहाँ  मेडिकल स्टोर्स वाला ने बच्ची को इंजेक्शन लगाने की जरूरत बताकर बच्ची को इंजेक्शन लगा दी।  इंजेक्शन लगने के कुछ देर बाद बच्ची की मौत हो गई। मौत होने के बावजूद दो घंटे के बाद बच्ची को होश आजाने का हवाला देकर जबरन अग्रवाल नर्सिंग होम  में भर्ती करा दिया जिसके बाद  नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया ।जिसके बाद परिजनों ने मामले की जानकारी सलिहा थाना को  दी । इधर घटना की जानकारी के बाद सलिहा थाना पुलिस ने बच्ची के शव का पंचनामा कर पी एम के लिए बिलाईगढ़ रवाना किया और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।  इधर मीडिया की टीम को भी घटना की जानकारी मिली।  मीडिया टीम मौके पर थरगांव गीता मेडिकल स्टोर्स पहुँचा और जानकारी लेना चाही लेकिन मेडिकल संचालक मेडिकल बन्द कर मौके से नदारद मिला। वहीं आसपास से मिली जानकारी के मुताबिक घटना के पश्चात से ही मेडिकल संचालक फरार है, कयास लगाया जा रहा कि उनके पास मेडिकल संचालन हेतु दस्तावेज होंगे किन्तु डॉक्टरी से सम्बंधित डिग्री और दस्तावेज नहीं है बावजूद बेखौफ डॉक्टरी कर रहें हैं। आसपास के लोंगों ने आगे और जानकारी दी कि इनसे पहले भी इनके द्वारा बिलाईगढ़ धनसिर में भी दो जिंदगियों से खिलवाड़ कर चुका है ऐसे में कुशगढ़ के मामले को मिलाकर कहा जाए तो अब तक तीन जिंदगियों के जान से खिलवाड़ कर लिया है। आखिरकार कब तक ए झोलाछाप डॉक्टर आम लोंगों की जिंदगी से खिलवाड़ करता रहेगा। ऐसे में प्रशासन नींद से कब जागेगी और इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए इसके मेडिकल लाइसेंस रद्द कर क्या कार्रवाई करेगी । इस पर जनता टकटकी लगाए देख रही है।  फिलहाल परिजन द्वारा न्याय की गुहार लगाई जा रही है। अब  गीता मेडिकल स्टोर्स संचालक पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कैसी कार्रवाई करता है देखना लाजमी होगा।

By kgnews

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