नए जिले मोहला- मानपुर- अंबागढ़ चौकी के 27 धान खरीदी केंद्रों में मंगलवार से खरीदी बंद कर दी गई है। कई समितियों में बफर लिमिट पार हो चुकी है। चार समितियां तो ऐसी हैं जहां धान का एक दाना भी नहीं उठ पाया है। जिले में हालात ये हैं कि अब तक 34 फीसदी धान का उठाव हो पाया है। जबकि परिवहन के अभाव में 66 फीसदी धान अभी भी समितियों में पड़ा हुआ है। सोसाइटी के कर्मचारियों ने इसकी सूचना पहले दे दी थी। इसके बाद मंगलवार से जिले भर में धान की खरीदी बंद कर दी गई है। कई समितियों में ऐसी स्थिति है कि धान रखने तक के लिए जगह नहीं बची है। नए जिले एमएमएसी में नौ लाख क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। जबकि उठाव मात्र 3 लाख 18 हजार क्विंटल धान का ही हो पाया है। समिति प्रबंधकों का कहना है कि बफर लिमिट पूरा होने के बाद 72 घंटे के भीतर परिवहन किया जाना चाहिए। आने वाले समय में ऐसी स्थिति में सूखत का सामना करना पड़ सकता है। कई सेंटर ऐसे हैं जहां एक से 7 फीसदी ही उठाव हो पाया है। जबकि खरीदी बफर लिमिट से 7 गुना ज्यादा हो चुकी है। मंगलवार को अधिकांश सोसाइटियों में धान की खरीदी बंद होने की स्थिति में रही। जिला सहकारी समिति संघ के अध्यक्ष भाईलाल देवांगन ने बताया कि धान परिवहन नहीं होने के विरोध में 19 समितियों द्वारा संचालित सभी 27 केंद्र में खरीदी बंद रही। उनके अनुसार धान के परिवहन होने तक खरीदी नहीं की जाएगी। जिले में कुल खरीदी लक्ष्य के 40 फीसदी खरीदी हो चुकी है। जिले का औसत परिवहन 31.95 प्रतिशत ही हो पाया है। भोजटोला में 7, सीतागाव में 6.02 प्रतिशत, औंधी में 1.63 , रेंगाकठेरा में 2.79 प्रतिशत , विचारपुर में 1.88 प्रतिशत ही परिवहन हो पाया है। जबकि सरखेड़ा में धान उठाव ही नहीं हो पाया है। डीएमओ प्रियंका देवांगन ने बताया कि उठाव के लिए मार्कफेड के द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। एमएमसी जिले के केन्द्रों से धान का उठाव कर पहले सेवताटोला के संग्रहण केन्द्र में लाया जाएगा। यहां से मिलर्स धान को मिलिंग करने ले जाएंगे।