लगभग 11 महीने बाद जिले की पटरी में पहली बार लोकल पहुंची । समय शाम 6.55 का था। अपने निर्धारित समय पर रायपुर से पहुंची। लेकिन ट्रेन से महज 4 यात्री ही स्टेशन में उतरे । डोंगरगढ़ तक जाने वाली लोकल के लिए चार टिकट की बिकी । याने चार यात्री ही ट्रेन में सवार हुए। इसके अलावा पूरे प्लेटफार्म पर सन्नाटा पसरा रहा । 8 बोगी के साथ पहुंचे लोकल ट्रेन में महज 20 से 25 यात्री ही मौजूद थे। इनमें से कुछ स्टूडेंट्स तो कुछ नौकरी पेशा था। जिस जिस उत्साह के साथ लोकल ट्रेन चलने का इंतजार किया जा रहा था, उसका असर पहले दिन नहीं दिखा।
आज डोंगरगढ़ से सुबह 5.50 और 11.40 में रवाना होगी दो ट्रेनें
शनिवार को गाड़ी संख्या 08710 डोंगरगढ़ से रायपुर के लिए सुबह 5.50 बजे रवाना होगी। जो सुबह 6.15 बजे राजनांदगांव पहुंचेगी। जहां निर्धारित स्टॉपेज के बाद सभी स्टेशनों से होकर रायपुर पहुंचेगी। वहीं दूसरी स्पेशल लोकल गाड़ी संख्या 08706 डोगरगढ़- रायपुर-बिलासपुर सुबह 11.40 बजे डोंगरगढ़ से रवाना होगी, जो 12.06 बजे राजनांदगांव पहुंचेगी।
जिले से 2500 दैनिक यात्री थे, आगे धीरे-धीरे पकड़ेगी रफ्तार
लॉकडाउन के पहले जिले से रोजाना लगभग 2500 यात्री लोकल ट्रेन के सहारे सफर करते थे। इनमें स्टूडेंटस, निजी व सरकारी नौकरी के कर्मचारी, व्यापारी, मजदूर और दूसरे पेशे से जुड़े यात्री शामिल थे। लगभग 11 महीने बंद रेल सेवा के चलते इनकी परेशानी बढ़ी हुई थी। संभावना है कि आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या रफ्तार पकड़ेगी।
सख्ती नहीं: प्लेटफार्म में भी यात्रियों की जांच के लिए कोई मौजूद नहीं था। मास्क लगाया है या नहीं, यह भी जांचने वाला कोई नहीं । दावा था कि बगैर मास्क के ट्रेन में चढ़ने नहीं दिया जाएगा। सख्ती नहीं दिखी।