धार.
धार की ऐतिहासिक भोजशाला में आज शनिवार को रंग पंचमी पर भी सर्वे का काम अलसुबह आरंभ कर दिया गया। सर्वे के आठ दिन पूरे हो चुके हैं। शुक्रवार को सुबह छह से दोपहर 12 बजे तक सर्वे जारी रहा। वहीं दोपहर एक से तीन बजे तक नमाज अदा करवाई गई। शुक्रवार को टीम द्वारा भोजशाला के गर्भ गृह में सर्वे किया गया। इसमें जीपीआर तकनीक से रडार का उपयोग करते हुए सर्वे किया गया। धार की ऐतिहासिक भोजशाला में 9वें दिन का सर्वे शुरू हो चुका है। हिंदू संगठन के आशीष गोयल ने कहा है कि हमें पूरी उम्मीद है कि मां सरस्वती की प्रतिमा यहां स्थापित होगी। भोजशाला हमारी होगी। वर्तमान में सर्वे जारी है और यह सर्वे हमारे पक्ष में लग रहा है।

उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक धरोहर में तीन स्थानों पर खुदाई चल रही है। मिट्टी के साथ-साथ जो भी पत्थर व अन्य अवशेष प्राप्त हो रहे हैं। उनमें से जो महत्वपूर्ण अवशेष हैं, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग उनको सुरक्षित कर रहा है। इनको लैब में परीक्षण के लिए भी भेजा जा रहा है। पूरी तरह से तकनीकी सर्वे है, जिसमें मशीनों का वैज्ञानिक रूप में उपयोग किया जा रहा है। इधर सबसे महत्वपूर्ण बात है कि रंग पंचमी का भी अवकाश नहीं रखा गया है। कोर्ट के आदेश पर बिना रुके यह सर्वे किया जा रहा है। इधर हिंदू संगठन द्वारा प्रतिवर्ष रंग पंचमी पर राधा कृष्ण भाग यात्रा भोजशाला के बाहरी परिसर मोती बाग चौक से निकल जाती है। इस बार भी यह यात्रा निकाली जाएगी।

माना जा रहा है कि भोजशाला के गर्भ गृह में खोदाई हो सकती है। वहीं बाहरी परिसर में तीन स्थान पर खोदाई का कार्य जारी है। इसमें करीब 10 से 12 फीट के गड्ढे खोदे गए हैं। खोदाई के दौरान टीम को अवशेष प्राप्त हुए थे। इनकी फोटोग्राफी करने के साथ ही अवशेष की प्राचीनता का पता लगाया जा रहा है। पुरातन आकृति और शिलालेखों सटीक विश्लेषण करेंगे। आज शनिवार को रंग पंचमी पर भी सर्वे का काम जारी है। शुक्रवार को 6 घंटे का सर्वे कर टीम बाहर निकली। इसके बाद मुस्लिम समाज को नमाज अदा करने के लिए भोजशाला में प्रवेश दिया गया। मंगलवार की तरह शुक्रवार को मुस्लिम समाज के लोगों को भी भोजशाला के अंदर मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं दी गई।

सर्वे के तहत भोजशाला परिसर के 50 मीटर के दायरे में खोदाई का काम किया जाना है। इसमें शुक्रवार को टीम जाने के बाद राधू टाकिज गेट से एक जेसीबी व डंपर को प्रवेश दिया गया। जेसीबी से करीब आधा घंटे तक राधू टाकीज के पिछले क्षेत्र में सफाई का काम किया है। इसी के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि अब 50 मीटर के दायरे में जो व्यापक खोदाई वाले कार्य शुरू होगे। वहीं बावड़ी व अन्य स्थानों की नपती कर वहां भी मशीनों से सर्वे होगा।

By kgnews

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