बच्चो के शैक्षणिक स्तर मे सुधार के लिए माइन्डस्पार्क एप्प पर,
पिरामल फाउण्डेशन ने की एक दिवसीय कार्यशाला
आज दिनाँक 26/11/2022 मे नीति आयोग की सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन और शिक्षा विभाग के तत्वाधान में जिला पंचायत कार्यालय सभा-कक्ष में एक दिवसीय BEI माइंडस्पार्क एप्प् पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने कहा पिरामल फाउंडेशन शासकीय शालाओं में छात्रों का स्टूडेंट लर्निंग आउटम को बढ़ाने में BEI माइंडस्पार्क सहायता कर रहा है। आप सभी संकुल समन्वयक इस कार्यक्रम में अपना पूरा योगदान करे और इसे सफल बनाए साथ ही माइन्ड स्पार्क एप्प को बच्चो तक पहुँचाये और उनके पालक के मोबाइल में सक्रिय करने में सहयोग करे ।

प्रोग्राम लीडर हेमन्त कुमार वर्मा ने बताया कि जिले मे BEI कार्यक्रम के अन्तर्गत 05 ब्लाक(राजनांदगांव,डोंगरगढ़,डोंगरगाँव,छुरिया एंव छुईखदान-गन्डई-साल्हेबारा) के 160 स्कूल का चयन किया गया है। जिसमे कक्षा 06 से 09 तक के बच्चो लक्षित 4693 बच्चो के साथ काम कर रहे है यह छात्र/छात्रा इस एप्प के माध्यम से व्यक्तिगत वास्तविक सीख से अपना शिक्षा का स्तर जाँच संकेगे साथ ही उनका स्टूडेंट लर्निगं आउटकम बढ़ेगा छात्र/छात्रा को माइंडस्पार्क एप्प् को पहली बार लागिन करके सक्रिय करना है फिर यह एप्प 40-45 प्रश्न से असेसमेंट(आँकलन) कर आपके स्तर के अनुसार अध्याय निर्मित करता है और पढ़ने व सीखने में मदद करता है
प्रोग्राम मैनेजर महाकाल सिंह माइंडस्पार्क ए्प्प एक व्यक्तिगत अनुकूली शिक्षण (Personalized adaptive learning) सॉफ्टवेयर है जो प्रत्येक छात्र को उसके वास्तविक सीखने के स्तर और व्यक्तिगत गति पर सीखने की अनुमति देता है। छात्रों को माइंडस्पार्क ए्प्प के लिए अपने दैनिक उपयोग के लक्ष्यों को सक्रिय रूप से उपयोग करने और प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
सहायक कार्यक्रम समन्वयक मनोज मरकाम संकुल समन्वयक / शिक्षकों की भूमिका एक कक्षा में अलग अलग स्तर के विधार्थी होते हैं और कोविड के समय से Student Learning Outcome में भी गिरावट आई है जिसके चलते एक कक्षा के सभी विद्यार्थियों को एक प्लेटफार्म पर पढ़ाने में शिक्षकों को बहुत सी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है| माइंडस्पार्क एक व्यक्तिगत अनुकूली शिक्षण सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से शिक्षक कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के स्तर से अवगत हो पाएंगे और विद्यार्थियों को उनके स्तर के अनुसार मदद कर पाएंगे| शिक्षक साथी कक्षा 6वीं से 9वीं के विद्यार्थियों के साथ माइंडस्पार्क वेब ब्राउज़र एवं एप्लिकेशन के नियमित उपयोग पर चर्चा करना| चयनित स्कूलो से एक-एक नोडल टीचर भी चयन किये जाँयेगे

गाँधी फैलो निधि निराला पिरामल फाउंडेशन जिला ,शिक्षा विभाग के साथ मिलकर शासकीय शालाओं में कक्षा 6वीं से 9वीं के विद्यार्थियो को डाटा कलेक्ट किया गया, बच्चों को ID और पासवर्ड को शासकीय शालाओं में उपलब्ध काराया गया, ID और पासवर्ड मिलने के बाद छात्रों को लॉग-इन कराना, लॉग-इन होने के बाद तीन विषय (हिन्दी,गणित अंग्रेजी) का Bassleine Test (Level check ) देना, जिन विद्यार्थियों ने एक माह में 2 या उससे अधिक बार कम से कम 30 मिनट या उससे अधिक एप्लीकेशन का उपयोग करे, शिक्षकों द्वारा बच्चों को regular follow-up लेना तथा समय समय पर Motivate> करके विद्यार्थियों की प्रगति को check करते रहना|
गाँधी फैलो उत्पल आनन्द माइंडस्पार्क एप्प की विशेषतायें बताते हुए बताया माइंडस्पार्क एक व्यक्तिगत अनुकूली शिक्षण (Personalized adaptive learning) सॉफ्टवेयर है नि:शुल्क मे विद्यार्थियों को मिलेगा हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है | बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता (Foundational Literacy and Numeracy) पर आधारित है| 2G नेटवर्क तोैथा 100MB मोबाइल data Consume होगा| Remedial based learning/Home based मॉडल है माइंडस्पार्क एक ऐसा मंच है जहाँ पर विधार्थी अपने प्रश्नों को हल करते हैं तथा गतिविधियों एवं खेलों के माध्यम से सीखते है। इस कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार सिंह, एपीसी मनोज मर्काम, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र राजनांदगांव भगत सिंह ठाकुर, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र डोंगरगांव, अरविंद रत्नाकर, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र डोंगरगढ़ महेंद्र श्रीवास्तव, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र छुरिया पी.डी साहु, साहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी डोंगरगढ़ बि.के. गर्चा, साहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी डोंगरगांव रश्मि ठाकुर, 78 संकुल समन्वयक, पिरामल फाउंडेशन से प्रोग्राम मैनेजर महाकाल सिंह, प्रोग्राम लीडर हेमन्त कुमार वर्मा, गांधी फेलो उत्पल आनंद, गांधी फेलो टीकम नागर, गांधी फेलो निधि निराला और करूणा फेलो शिवानी शर्मा के साथ कुल 86 लोग उपस्थित थे।
