ग्वालियर
कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में का दुर्भाग्य है कि दक्षिण अफ्रीका के साथ हुए मैच के बाद से ग्वालियर में कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया। 12 साल से ग्वालियर में अंतरराष्ट्रीय मैच का सूखा है। हालांकि अच्छी बात यह है कि मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) ग्वालियर के शंकरपुर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस दूसरा क्रिकेट स्टेडियम बनवा रहा है। नये स्टेडियम का निर्माण कार्य तेजी के साथ अंतिम दौर में चल रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की योजना के मुताबिक सब कुछ ठीक रहा तो 2023 में एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी ग्वालियर कर सकता है।
शंकरपुर में 61 बीघा भूमि पर बनाए जा रहे नये क्रिकेट स्टेडियम का मैदान पूरी तरह तैयार है। इसकी लसग्रीन घास स्टेडियम की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस स्टेडियम के निर्माण पर सवा सौ करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो रहा है। प्रथम चरण में 30 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता उपलब्ध होगी। इसके बाद 50 हजार तक विस्तार किया जाएगा। स्टेडियम के निर्माणकार्य की बात करें तो अब तक 80-85 फीसद काम पूरा हो गया है। चार मंजिला नार्थ-साउथ पवैलियन का बिल्डिंग स्ट्रक्चर पूरी तरह से खड़ा हो गया है। इसी तरह ईस्ट और वेस्ट साइड के स्टैंड भी तैयार हो गए हैं। अब निर्माण कार्य फिनिशिंग के दौर में आ गया है।
ग्वालियर में दो स्टेडियम हो जाएंगेः ग्वालियर प्रदेश का पहला शहर होगा, जहां 50 हजार दर्शक क्षमता वाला क्रिकेट स्टेडियम बन रहा है। इसके बनने के बाद ग्वालियर में दो स्टेडियम हो जाएंगे। अभी तक 30 हजार दर्शक क्षमता वाला इंदौर का होलकर क्रिकेट स्टेडियम ही प्रदेश का सबसे बड़ा स्टेडियम है। ग्वालियर में कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम 24 हजार दशर्क क्षमता के साथ प्रदेश का दूसरा बड़ा स्टेडियम है। नये स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मानकों का प्रेस बाक्स तैयार हो रहा है। साथ ही नार्थ पवैलियन में दो अंडरग्राउंड प्रैक्टिस पिच भी बनाई जा रही हैं। इस तरह की सुविधा वाला यह मप्र का पहला स्टेडियम होगा।