Rajnandgaon : पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय विद्यालय में दादा-दादी, नाना-नानी दिवस परंपरागत भारतीय मूल्यों के अनुरूप मनाया गया।

डोंगरगढ़, पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय विद्यालय में दादा-दादी, नाना-नानी दिवस परंपरागत भारतीय मूल्यों के अनुरूप मनाया गया। प्राचार्य एसआर कुजूर के मार्गदर्शन में विद्यालय का वातावरण सुबह से ही उत्साह, उमंग और पारिवारिक स्नेह से भर गया था। पूरे परिसर को आकर्षक रंगोली, स्वागत पोस्टर और सांस्कृतिक सजावट से सुसज्जित किया गया, जिससे आने वाले सभी अतिथियों का मन प्रफुल्लित हो उठा। सभी सम्मानित दादा-दादी, नाना-नानी और अभिभावकों का विद्यालय परिवार ने स्वागत किया। मंच संचालन की जिम्मेदारी विद्यालय के नन्हे-मुन्ने एंकर आश्मिता वर्मा और एस हंसवी ने निभाई।

दोनों ने सुंदर अभिव्यक्ति से दर्शकों को प्रभावित किया। बच्चों ने एक से बढ़कर एक नृत्य, समूह-गीत, वादन और विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। स्वागत नृत्य, राष्ट्रभक्ति पर आधारित प्रस्तुति, दादा-दादी को समर्पित गीत, और रंगारंग पारंपरिक नृत्य ने पूरे सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट ला दी। कार्यक्रम के दौरान अतिथि दादा पीएल वर्मा व भैंसारे ने बच्चों को आशीर्वाद दिया। कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में बड़ों के प्रति सम्मान, संस्कार और स्नेह को बढ़ाते हैं। वहीं सेवानिवृत्त शिक्षक संजू नागदेवे ने माता-पिता के महत्व पर विशेष प्रकाश डाला। बताया कि माता-पिता बच्चों के जीवन की नींव होते हैं और उनके संस्कार ही बच्चे के चरित्र का निर्माण करते हैं।

ऐसे कार्यक्रम विद्यालय और परिवार के बीच मजबूत संबंध बनाते हैं: प्राचार्य कुजूर ने कहा कि दादा-दादी व नाना-नानी केवल परिवार के वरिष्ठ सदस्य ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए ज्ञान, अनुभव और संस्कारों के जीवित स्रोत हैं। ऐसे कार्यक्रम विद्यालय और परिवार के बीच मजबूत संबंध बनाते हैं और भारतीय संस्कृति के मूल्यों को जीवित रखते हैं। अंत में टीपी ठाकुर ने सभी विशिष्ट अतिथियों, दादा-दादी, नाना-नानी, अभिभावकों, विद्यार्थियों, शिक्षकों और सहयोगी कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।

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