यूपी कैबिनेट ने प्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने पर मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही लखनऊ व नोएडा में पुलिस कमिश्नर की नियुक्ति भी कर दी गई है। एडीजी सुजीत कुमार लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर होंगे। बता दें कि सुजीत कुमार 1994 बैच के आईपीएस अफसर हैं जिनका जन्म पटना, बिहार में एक अगस्त 1968 में हुआ था। पिछले वर्ष एक जनवरी 2019 को ही उनका प्रमोशन एडीजी पद के लिए हुआ था। आईपीएस पांडेय के पिता नरेंद्र कुमार पांडेय बिहार कैडर में आईएएस अफसर रह चुके हैं। सुजीत पांडेय सात वर्षों तक सीबीआई में भी तैनात रह हैं। सुजीत पांडेय नंदी ग्राम हिंसा और मुंबई ब्लास्ट जैसे कई संवेदनशील मामलों में जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। वह यूपी में 12 जिलों की भी कमान संभाल चुके हैं। वह आईजी एसटीएफ की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
विभाग में कुछ अंदरूनी विवाद के कारण उन्हें कुछ समय के लिए साइडलाइन कर दिया गया था पर उनके अनुभव व योग्यता को देखते हुए उन्हें लखनऊ का पहला पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
लखनऊ नगर के 40 थाने आएंगे पुलिस कमिश्नर के दायरे में
कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद लखनऊ पुलिस की जिम्मेदारी को दो हिस्सों में बांट दिया गया है। लखनऊ शहर में 40 थाने जबकि लखनऊ ग्रामीण के दायरे में 5 थाने आएंगे। लखनऊ नगर के 40 थाने ही पुलिस कमिश्नर के दायरे में आएंगे।
नगर में ये थाने
आलमबाग, अलीगंज, अमीनाबाद, आशियाना, बाजारखाला, बंथरा, चौक, कैंट, चिनहट, गोमतीनगर, गुडंबा, गाजीपुर, गौतमपल्ली, हसनगंज, हजरतगंज, हुसैनगंज, इंदिरानगर, जानकीपुरम, कैसरबाग, कृष्णानगर, महानगर, मानकनगर, मड़ियांव, नाका, पारा, पीजीआई, सरोजनीनगर, तालकटोरा, सआदतगंज, ठाकुरगंज, विभूतिखंड, विकासनगर, वजीरगंज, काकोरी, नगराम, महिला थाना, मोहनलालगंज, सुशांत गोल्फ सिटी, गोमतीनगर विस्तार।