विकासखण्ड धमतरी के ग्राम अर्जुनी में गत 17 जनवरी को डायरिया की सूचना मिलने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे द्वारा चिकित्सा दल को तत्काल रवाना कर वहां शिविर लगाया गया। इसके अलावा कांबेट दल, मितानिन एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के जरिए डोर-टू-डोर सर्वे कर ओ.आर.एस., क्लोरिन, मेटरोनिडाजॉल, सिपरोफ्लॉक्सिन इत्यादि दवाइयां वितरित की गईं। इसके अलावा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से समन्वय स्थापित कर वहां दूषित पेयजल के स्त्रोत को बंद कराकर पीने के पानी के लिए टैंकर की भी व्यवस्था कराई गई है। बताया गया है कि पहले दिन शिविर में 48 मरीज आए, जिसमें से चार मरीजों को जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया। इसी तरह दूसरे दिन शिविर में पहुंचे 28 मरीज में से 16 और तीसरे दिन 23 मरीज में से 6 मरीजों को जिला अस्पताल भेजा गया, जहां सभी को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य अमला द्वारा नियमित रूप से निगरानी रखी जा रही है और वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.तुर्रे ने लोगों से अपील की है कि उल्टी-दस्त से बचाव के लिए अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें। साथ ही पानी उबाल कर पीने, ताज खाना खाने और बासी अथवा दूषित भोजन नहीं करने की समझाईश दी है। इसके अलावा शौच के बाद और भोजन के पहले साबून से हाथ जरूर धोने, नलों से गंदा अथवा मटमैला पानी आने पर, इसकी सूचना तत्काल पंचायत, जिला प्रशासन अथवा मितानिन को देने के लिए भी उन्होंने जोर दिया। बताया गया है कि उल्टी-दस्त, पेट दर्द होने पर ओआरएस घोल प्रत्येक 15 मिनट में पिलाते रहने और तत्काल नजदीकी अस्पताल पहंुचक चिकित्सक से उपचार कराने भी कहा गया है। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी निःशुल्क परामर्श के लिए टोल फ्री नंबर 104 पर भी डॉयल कर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली जा सकती है।
