जगदलपुर। बस्तर जिले के भानपुरी, बस्तर एवं करपावंड परिक्षेत्र में वन भूमि के अतिक्रमण पर वन विभाग ने जेसीबी चलाया गया। जिससे अतिक्रमणकारियों को वन भूमि से हटाया गया। रविवार को परिक्षेत्र में अतिक्रमण के विरुद्ध कार्यवाही की, सुबह से स्टॉफ गश्ती में निकले और अतिक्रमण के विरुद्ध गांव- गांव में मुनादी की।
बताया गया कि ट्रैक्टर मालिकों को जंगल जुताई न करने पर कार्यवाही की चेतावनी, आदतन जंगल जुताई करने वाले वाहन मालिकों की पहचान की जा रही, साथ ही इन पर मुखबिर के माध्यम से नजर रखी जाएगी। बकावंड रेंज उलनार बीट के मैदानी अधिकारी एवं कर्मचारी मॉनिंग गश्त में रहे। बस्तर परिक्षेत्र अंतर्गत कुगारपाल सर्किल के परिसर चेराकुर के वन क्षेत्र में सामूहिक रूप से परिक्षेत्र के सभी अधिकारी कर्मचारी एवं समस्त ग्रामवासियों द्वारा अतिक्रमित क्षेत्रों का मौका निरीक्षण कर कार्यवाही किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, वन परिक्षेत्र करपावंड के मोकागांव बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ 1146, आरएफ 166 में किए गए अतिक्रमण स्थल का शनिवार को वन विभाग जगदलपुर वृत्त के मुख्य वन संरक्षक आरसी दुग्गा और वन मंडलाधिकारी बस्तर उत्तम कुमार गुप्ता द्वारा निरीक्षण के दौरान तत्काल अतिक्रमण स्थल में बनाए गए मेढ़ को जेसीबी की सहायता से समतलीकरण करने और भू जल संरचनाओं के तहत कंटॉवर ट्रेंच बनाए जाने के निर्देश दिए गए। इसके परिपालन में रविवार को वन प्रबंधन समिति मोकागांव के सदस्यों, परिसर रक्षक मोकागांव, परिक्षेत्र सहायक धनपुर एवं वन परिक्षेत्र करपावंड के समस्त कर्मचारियों द्वारा मोकागांव बीट कक्ष क्रमांक आरएफ 166 में अतिक्रमण स्थल में बनाए गए मेढ़ को समतलीकरण और भू-जल संरचनाएं बनाई जा रही है। परिक्षेत्र के अन्य अतिक्रमण स्थलों में भी मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर वृत्त और वन मंडलाधिकारी बस्तर के निर्देशानुसार कार्यवाही प्रस्तावित है, जिनमें शीघ्र ही नियमानुसार कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।
कार्यवाही के लिए क्षेत्र के अधिकारियों को दिए निर्देश
वन विभाग जगदलपुर वृत्त के सीसीएफ आरसी दुग्गा ने बताया कि क्षेत्र के परिक्षेत्र अधिकारी एवं मैदानी अधिकारी, कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वन भूमि के अतिक्रमण को हटाएं, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।