कोरबा, 22 अगस्त । कोरोना काल में जहां लोग एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए हुए हैं और हॉस्पिटल जाने से परहेज कर रहे। वहीं कुछ युवा ऐसे भी हैं जो मानव सेवा के लिए समर्पित होकर कार्य कर रहे। इसी क्रम में कुछ युवा स्वयंसेवक रक्त की कमी दूर करने की कोशिश कर रहे। रिंकी चिरिपाल के प्रसव वक्त रेयर ग्र्रुप ए-नेगेटिव होने के कारण गर्भवती के लिए रक्त नहीं मिल पा रहा था। जिसमें रक्तदाता निकेश कुमार, प्रशांत पाटिल व दीनू साहू ने तीन यूनिट ए-नेगेटिव रक्तदान किया।
रक्तवीरों का यह योगदान छत्तीसगढ़ हेल्प वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले दिया जा रहा है। ट्रामा सेंटर में भर्ती उर्मिला देवी के लिए एबी-नेगेटिव ब्लड की जरूरत थी, जिसके लिए संस्था के अतुल मिश्रा ने रक्तदान किया। ट्रामा सेंटर में भर्ती अजय राव के लिए सौरभ साहू और मनोज दास ने एबी-नेगेटिव रक्तदान किया। रेयर माने जाने वाले ब्लड ग्रुप की व्यवस्था कर संस्था के सदस्यों ने तीन दिन में दस यूनिट रक्त जुटाया। 100 बेड में भर्ती आत्माराम के लिए संस्था ने एक यूनिट बी.नेगेटिव रक्त की व्यवस्था की गई। ऐसे ही एक मामले में देवनाथ हॉस्पिटल में भर्ती मरीज केतकी मानिकपुरी जिन्हें ओ नेगेटिव की जरूरत थी, उनके लिए दो यूनिट रक्त की व्यवस्था की गई। इस तरह बहुत ही रेयर माने जाने वाले ब्लड गु्रप की व्यवस्था कर सोसाइटी ने एक बार फिर नि: स्वार्थ सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया।