सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने सेक्टर-142 के कारपोरेट पार्क में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। कॉल सेंटर के जरिए पकड़े गए आरोपी नामी एयरलाइंस इंडिगो, विस्तारा और गो एयर आदि के मेंटेनेंस विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर बेरोजगार युवक-युवतियों से ठगी करते हैं।आरोपी एक आवेदक से रजिस्ट्रेेशन और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) आदि का झांसा देकर 20-25 हजार रुपये की ठगी करते और रकम को एक रिक्शा चालक के बैंक खाते में जमा कराते हैं। गिरोह का मुखिया सेक्टर-143 निवासी प्रवीण बीए पास है और वह अन्य युवकों को नौकरी पर रखकर लगभग एक साल से ठगी का गोरखधंधा चला रहा था। गिरोह अब तक सैकड़ों लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है।
एसएसपी वैभव कृष्ण और एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया कि सूरजपुर क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों से ठगी की सूचना मिल रही थी। कॉल सेंटर पर कार्रवाई के लिए कोतवाली प्रभारी जितेंद्र सिंह दीखित और सेक्टर-144 चौकी प्रभारी रविंद्र गौतम को निर्देश दिए गए थे।पुलिस टीम ने कारपोरेट पार्क में छापेमारी कर मौके से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सेक्टर-143 निवासी प्रवीण मिश्रा व शांतनु राज, फरीदाबाद के अभिषेक पाल और एसीटी बिल्डिंग ईकोटेक-3 निवासी ऋषभ के रूप में हुई।प्रवीण मुख्य आरोपी है, उसने ही कॉल सेंटर खोलकर लोगों के नाम, मोबाइल नंबर व अन्य डाटा उपलब्ध कराया और पकड़े गए तीनों युवकों व अन्य आरोपियों को वेतन पर रखकर गोरखधंधा शुरू कर दिया। आरोपी लगातार बेराजगार युवक-युवतियों से संपर्क कर उन्हें एयरलाइंस के मेंटेनेंस विभाग में नौकरी का झांसा देकर ठगी कर रहे थे। प्रवीण ने अंग्रेजी से बीए और शांतनु ने एमबीए किया है और अन्य दोनों आरोपी 12वीं पास हैं।
चेन्नई के युवक को फंसा रहे थे जाल में पहुंच गई पुलिस
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने कॉल सेंटर पर शुक्रवार रात लगभग 9 बजे छापा मारा। उस दौरान भी आरोपी एक चेन्नई के युवक से बात कर उसे नौकरी का झांसा देकर जाल में फंसाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन, पुलिस के मौके पर पहुंचने के कारण उसे अपना शिकार नहीं बना सके।
नियुक्ति पत्र भेजकर कई राज्यों के लोगों को फंसाया
सूरजपुर कोतवाली प्रभारी जितेंद्र दीखित ने बताया कि आरोपी दूसरे राज्यों के लोगों को अधिक शिकार बनाते थे। कई राज्यों के पीड़ितों से पुलिस ने संपर्क किया है। उनसे पुलिस ने आरोपियों द्वारा भेजे फर्जी नियुक्ति पत्र आदि भी मंगा लिए हैं। वहीं, आरोपी खाते में रुपया आने के बाद तुरंत निकलवा लेते थे।
कॉल सेंटर से ये सामान किया बरामद
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो लैपटॉप, 7 कीपेड, एक डेबिट कार्ड, कॉल स्पीच की पांच प्रति, एक मुहर, एक प्रिंटर मशीन, शाइन.कॉम पोर्टल से निकाली गई अभ्यर्थियों की डाटा सूची की 20 प्रति, कार्यरत कर्मचारियों की सेलरी स्लिप, बायोडाटा, दो इलेक्ट्रिक वायर, ऑफिस एग्रीमेंट और 4.40 लाख रुपये बरामद किए हैं।