कोरबा जिले की चार सौ से अधिक महिलाओं के जीवन में उजियारा रूरल मार्ट से समृद्धि का उजियारा फैल रहा है। यह सभी महिलायें जिले में गठित स्व सहायता समूहों की सदस्य हैं, जो कि बिहान योजना के तहत् स्थापित दुकानें ‘‘उजियारा रूरल मार्ट’’ चला रही हैं जिस से इन सभी महिलाओं को सालभर लगातार रोजगार का इंतजाम हो गया है। जिले में आश्रम-छात्रावासों और आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा स्कूलों में दैनिक उपयोग की सामग्री से लेकर राशन, सब्जी, अण्डों जैसी वस्तुओं की आपूर्ति कर ग्रामीण महिलाओं को रोजगार का स्थायी साधन देने के उद्देश्य से इन उजियारा रूरल मार्टों की स्थापना की गई है। एक तरह से यह मार्ट स्व सहायता समूहों द्वारा संचालित राशन की दुकानें हैं, जिनसे छात्रावास, आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूलों में जरूरी सामग्रियों की आपूर्ति की जा रही है। इससे महिलाओं को हर महीने निश्चित आय भी हो रही है। 
     ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिये जिले में बिहान महिला एवं बाल विकास तथा आदिवासी विकास विभाग के संयुक्त प्रयास से यह उजियारा रूरल मार्ट शुरू किये गये हैं। इन मार्टों को चलाने के लिये प्रारंभिक तौर पर 42 स्व सहायता समूहों का चिन्हांकन किया गया है और प्रारंभिक चरण में जिले के सभी छात्रावासों में राशन सामग्री आपूर्ति के लिये आदिवासी विकास विभाग द्वारा कार्यादेश दिये गये हैं। समूहों की आर्थिक क्षमता और सक्रियता के आधार पर वर्तमान में दस रूरल मार्टों का संचालन किया जा रहा है। जिनसे लगभग 45 छात्रावासों में राशन आपूर्ति का काम शुरू किया गया है। जिले के कोरबा विकासखण्ड में ज्योति समूह मदनपुर, कटघोरा विकासखण्ड में विजय विकास रूरल मार्ट अरदा, पाली विकासखण्ड में स्वेच्छा समूह मादन, पिंकी समूह चौतमा, शिवशक्ति समूह हरदीबाजार, पोड़ीउपरोड़ा विकासखण्ड में प्रार्थना महिला स्व सहायता समूह पोंड़ी, कैलाश महिला स्व-सहायता समूह बिंझरा, परला दाई महिला स्व सहायता समूह परला, गुलशन महिला स्व सहायता समूह पसान सक्रिय हैं। उजियारा रूरल मार्ट के द्वारा होने वाले राशन आपूर्ति को और सुगम बनाने हेतु संचालन समूह के सदस्यों को इ-रिक्शा भी दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि उन्हें राशन आपूर्ति हेतु परिवहन में कोई परेशानी न हो। रूरल मार्टों द्वारा अब तक लगभग चार लाख रूपये का व्यवसाय किया जा चुका है। इसमें से लगभग तीन लाख रूपये का व्यवसाय छात्रावासों में सामग्री आपूर्ति से तथा एक लाख रूपये का व्यवसाय निजी क्षेत्रों से किया गया है। 
    उजियारा रूरल मार्ट संचालित करने वाले शिव शक्ति स्व सहायता समूह हरदीबाजार की श्रीमती उमा राठौर बताती हैं कि महिलाओं को एक-दूसरे के साथ जोड़कर आत्मनिर्भर बनने की हमारी इच्छाबउजियारा रूरल मार्ट ने पूरी कर दी है। रूरल मार्ट के माध्यम से किराना एवं राशन का व्यवसाय कर रहे हैं। आगे भी हम अपनी खुद की राशन दुकान खरीदकर इस मार्ट को बढ़ायेंगे। बिहान योजना के तहत् गठित महिला स्व सहायता समूह को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 50 हजार रूपये ऋण अनुदान स्वीकृत किया गया है। ताकि वह आवश्यकतानुसार दैनिक उपयोग में आने वाली सामग्री और राशन एकत्रित कर सके। इसके बाद आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में उपयोग होने वाली सभी सामग्री और राशन अनाज, तेज, साबुन, नमक, शक्कर इत्यादि की खरीदी अब इन्हीं महिला समूहों के माध्यम से शुरू की गई है। इससे महिलाओं को निश्चित आय वाला बारहमासी रोजगार मिल गया है।

By kgnews

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