राजनांदगांव | नाबालिग होने का फायदा कानूनी तौर पर मिलता हैं। घटनाओं को अंजाम देकर आसानी से ऐसे आरोपी सख्त कार्रवाई से बच रहे हैं। जिसकी वजह से ऐसी घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। अब पुलिस ने ऐसे आदतन अपराधियों के परिजनों पर भी कार्रवाई की तैयारी की है। अब चाकूबाजी, मारपीट और गैंगवार जैसी घटनाओं में शामिल रहने वाले नाबालिगों के परिजनों को पुलिस तलब करेगी। इन्हें थाने बुलाकर समझाइश दी जाएगी। आदतन तौर पर ऐसी हरकत करने वाले नाबालिगों के परिजनों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। ताकि वे घरेलू स्तर पर ही अपने कम उम्र के किशोरों में सुधार कर सकें। दरअसल शहर में हो रही ऐसी घटनाओं में बड़ी संख्या में नाबालिग भी संलिप्त हो रहे हैं। कई घटनाओं को लीड भी 16-17 साल के किशोर कर रहे।

वार्डों में 16 से 22 साल के लड़कों की बन रही गैंग शहर में लगातार बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों में ज्यादातर 16 से 22 साल के लड़के शामिल हैं।

वहीं वार्डों में इस उम्र के लड़के गैंग तक बना रहे हैं। जो ग्रुप में मारपीट और चाकूबाजी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इन हरकतों में सबसे अधिक संख्या में नाबालिग शामिल रहते हैं। जिन्हें नाबालिग होने की वजह से कार्रवाई में मिलने वाली रियायत की भी जानकारी है। जिसे देखते हुए पुलिस ने अब परिजनों पर सख्ती की तैयारी की है। पहले चरण में ऐसे नाबालिगों के परिजनों को थाने में बुलाकर समझाइश दी जाएगी।

छोटी-मोटी घटनाओं में शामिल रहने वाले नाबालिगों को पुलिस समझाइश देकर छोड़ देती है। जिसका फायदा लगातार ऐसे किशोर उठा रहे हैं। छोटी घटनाओं के बाद ये सीधे चाकूबाजी और गैंगवार में संलिप्त हो रहे हैं। बीते दिनों शहर में हुए चाकूबाजी की अलग-अलग घटनाओं में बड़ी संख्या में नाबालिग भी संलिप्त पाए गए हैं, जो बेखौफ धारदार हथियार लेकर घूम रहे हैं। पुलिस को उम्मीद है कि परिजनों को दी जाने वाले चेतावनी और जरूरत पड़ने पर होने वाली कार्रवाई से स्थिति कुछ हद तक नियंत्रित होगी।

By kgnews

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *