बिलासपुर । बिलासपुर के सीपत क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खांड़ा में अवैध शराब बेचने वालों की चालाकी पर इस बार पुलिस की चतुराई भारी पड़ गई। हमेशा ‘हाथी आया’ के कोड वर्ड से सतर्क हो जाने वाले शराब माफियाओं को इस बार भनक तक नहीं लगी, क्योंकि पुलिस वर्दी में नहीं, बल्कि सफाईकर्मी बनकर आई थी। नतीजा – 1040 लीटर महुआ शराब जब्त, सात आरोपी गिरफ्तार और गांव में माफियाओं की सिट्टी-पिट्टी गुम।
माफियाओं को बेवकूफ बनाने ASP की प्लानिंग
एसएसपी रजनेश सिंह और एडिशनल एसपी अर्चना झा को पहले से जानकारी थी कि गांव में पुलिस की गाड़ी घुसते ही बच्चे और मुखबिर “हाथी आया” का शोर मचाते हैं। इसके बाद पुरुष सदस्य फरार और महिलाएं शौच का बहाना कर शराब के अड्डों की घेराबंदी कर लेती थीं। इस बार ASP अर्चना झा ने रणनीति बदल दी। महिला आरक्षकों के साथ खुद सफाईकर्मी की वेशभूषा में गांव में दाखिल हुईं और बिना शोर-शराबे के सीधे शराब अड्डों तक पहुंच गईं।
महिला कांस्टेबलों ने की घेराबंदी, महिलाएं भी पकड़ी गईं
जैसे ही टीम गांव की गलियों में पहुंची, कोई “हाथी” नहीं आया और माफिया अपने काम में मस्त रहे। इसी बीच ASP अर्चना झा के इशारे पर पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ दबिश दी। 5 महिलाओं सहित कुल 7 लोगों को अवैध शराब के साथ पकड़ लिया गया। 1040 लीटर महुआ शराब जब्त की गई। सभी आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट में कार्रवाई कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
गांववालों ने की पुलिस कार्रवाई की सराहना
ग्राम खांड़ा में लंबे समय से अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा था। गांववाले शिकायतें तो कर रहे थे, लेकिन पुलिस की हर कोशिश नाकाम हो रही थी। इस बार ASP झा की सूझबूझ और टीम की प्लानिंग ने माफियाओं को ऐसा सबक सिखाया कि गांव में अब तक चर्चा है।
ASP अर्चना झा ने कहा – “अब कोई माफिया नहीं बचेगा”
अर्चना झा ने बताया कि “शराब कोचिए इतने शातिर थे कि बच्चों तक को कोड वर्ड सिखा दिए थे। इसीलिए हमने उनकी ही भाषा में उन्हें चौंकाया। आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।”
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी गोपाल सतपथी और महिला पुलिस बल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यह ऑपरेशन न सिर्फ बिलासपुर पुलिस की कामयाबी है, बल्कि शराब माफियाओं के खिलाफ ‘ऑपरेशन सफाई’ की मिसाल भी बन चुका है।