भिलाई। मकान बिक्री के नाम पर एक ही प्रॉपर्टी को दो अलग-अलग लोगों को बेचने की कोशिश कर 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस मामले में दुर्ग पुलिस ने तीन आरोपियों पोषण निषाद, शकुन निषाद और प्रीति निषाद को गिरफ्तार किया है। इससे पहले एक अन्य आरोपी हुस्ना बेगम को जेल भेजा जा चुका है, जबकि वसीम खान नामक आरोपी अब भी फरार है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने भिलाई निवासी संतोष कुमार देशमुख से मकान बेचने के नाम पर 20 लाख रुपये एडवांस लिए और एक इकरारनामा भी तैयार किया। लेकिन बाद में उन्हीं आरोपियों ने लालच में आकर वही मकान मोहम्मद वसीम खान को 46.5 लाख रुपये में बेचने की नई डील कर ली और उससे 5 लाख रुपये एडवांस भी ले लिया।
जब संतोष देशमुख को इस डील की जानकारी मिली तो उन्होंने वसीम और उसकी पत्नी हुस्ना बेगम से रजिस्ट्री रोकने की अपील की। मगर उन्होंने 5 लाख रुपये की भरपाई की शर्त रखी, जिसके बाद संतोष ने 3.30 लाख रुपये और दिए। बावजूद इसके मकान हुस्ना बेगम के नाम पर रजिस्ट्री कर दी गई। धोखाधड़ी से क्षुब्ध संतोष देशमुख ने अंजोरा पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच के बाद IPC की धारा 420 और 120 (बी) के तहत अपराध क्रमांक 196/2025 दर्ज किया।
12 जून को आरोपी हुस्ना बेगम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। फरार चल रहे तीन अन्य आरोपियों को अब गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया। उनके पास से धोखाधड़ी की राशि में से केवल ₹5,500 जब्त किए गए हैं, बाकी रकम खर्च हो चुकी बताई गई है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड में भेज दिया गया है, वहीं मुख्य आरोपी वसीम खान की तलाश जारी है।