पूर्व सीएम भूपेश बघेल

रायपुर। देश में लगाए गए आपातकाल को आज 50 साल पूरे हो गए हैं। इसे लेकर बीजेपी देशभर में ‘संविधान हत्या दिवस’ मना रही है। इसको लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। बघेल ने कहा कि वो आपातकाल 2.5 साल तक था लेकिन ये तो 11 साल से लगा है और आगे न जाने कब तक चलेगा।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी में हिम्मत थी कि उन्होंने इमरजेंसी लगाई और संविधान के तहत लगाई। बाद में हमारे नेताओं ने स्वीकार किया कि अन्याय हुआ, कुछ लोगों ने दुरुपयोग किया। लेकिन इंदिरा गांधी ने स्वयं इमरजेंसी हटाई, खुद चुनाव कराया। इंदिरा गांधी ने देश में घोषित आपातकाल लगाया था लेकिन पिछले 11 साल में अघोषित आपातकाल लगा है। उन्होंने कहा कि नेताओं, मीडिया, उद्योगपतियों पर कार्रवाई की जा रही। वो आपातकाल 2.5 साल तक था लेकिन ये तो 11 साल से लगा है और आगे न जाने कब तक चलेगा। लेकिन पिछले ग्यारह साल से हम देख रहे हैं अघोषित आपातकाल लगा हुआ है। लोकसभा में देखा गया ‘अबकी बार 400 पार’ संविधान बदलने के लिए किया गया।

श्री बघेल ने कहा कि CAG की रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं होती, पिक एंड चूज़ की स्थिति है। राज्य, केंद्र के अधिकार में कटौती की जा रही है। यूनिवर्सिटी में RSS के लोगों की नियुक्ति की जा रही है। न्यायपालिका को दबाने की कोशिश की जा रही। पहले औद्योगिक मामले में उद्योगपति अपनी बात रखते थे। मीडिया में पूरी तरह से नियंत्रण है। कोई मीडिया हाउस सरकार की नीतियों के खिलाफ कार्यक्रम चला दे तो उनके यहां CBI, IT, ED पहुंच जाती है। NDTV, Quint, Bharat समाचार, Newsclick, Dainik Bhaskar, BBC Hindi पर रेड लगाई गई थी। द वायर में कार्रवाई की गई, ऑपरेशन सिंदूर से पहले 4PM सस्पेंड किया गया। गुजरात समाचार पर छापा मारा गया, 15-20 साल पुराने मामले में। बिना इमरजेंसी लगाए कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के खिलाफ लगातार कराई जा रही। जो बीजेपी में शामिल हो जाता है वो वॉशिंग मशीन में धुल जाता है। नेता विरोध में बात करते हैं तो जेल में फेंक दिया जाता है, उसके यहां एजेंसियां पहुंचती है। इंदिरा गांधी ने घोषित लगाया था लेकिन पिछले 11 साल में अघोषित आपातकाल लगा है, नेताओं, मीडिया, उद्योगपतियों पर कार्रवाई की जा रही। वो आपातकाल 2.5 साल तक था लेकिन ये तो 11 साल से लगा है और आगे न जाने कब तक चलेगा।

डिप्टी सीएम साव के बयान पर किया पलटवार

उपमुख्यमंत्री अरुण साव की प्रेस वार्ता पर भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि आपातकाल के लिए राष्ट्रपति ने अध्यादेश लाया था। लोकसभा में अध्यादेश पर सहमति बनी, पारित हुआ। लेकिन इस वक़्त देश में अघोषित आपातकाल लगा है। अरुण साव ये बताएं कि पिछले डेढ़ सालों में NIA ने कितने प्रकरण दर्ज किए, कितनी गिरफ्तारी हुई। बेबस आदिवासियों को जेल में ठूंसा जा रहा है। इसलिए पुलिस के डर से तीन ज़िलों से 30-40 हज़ार लोग प्रदेश छोड़कर पलायन कर गए हैं। इमरजेंसी से ज़्यादा भयावह स्थिति है।

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